Friday, 30 August 2019
प्रसिद्ध फिल्ममेकर, मिडिया स्रेटरजिस्ट, ऍनिमल ऍक्टिविस्ट आणि टेडेक्स वक्ता अनुषा श्रीनिवासन अय्यर '२०१९ नॅशनल एक्सेलन्स अवॉर्ड' ने सन्मानित
मध्यप्रदेशातील इंदौर येथे २०१९ च्या नॅशनल एक्सेलन्स अवॉर्ड्स सोहळ्यात बहुचर्चित चित्रपट निर्माती, मीडिया स्ट्रॅटेजीस्ट, ऍनिमल ऍक्टिविस्ट, पत्रकार आणि टेडेक्स वक्ता अनुशा श्रीनिवासन अय्यर यांना 'आउटस्टँडिंग काँट्रीब्युशन इन सोशिओ-कल्चरल डेव्हलपमेंट' पुरस्कार प्रदान करण्यात आला. त्यांच्या सामाजिक जबाबदारीच्या जन्मजात भावनेमुळे, या सर्व विविध क्षेत्रांमधील उल्लेखनीय योगदानासाठी त्यांना ह्या पुरस्कारासाठी निवडले गेले होते.
“मला ह्या गोष्टीचा खरंच आनंद होत आहे की माझ्या ह्या कृत्याबद्दल मला एक नवी ओळख मिळाली आणि यासाठी मला २०१९ चा 'नॅशनल एक्सेलन्स अवॉर्ड' मिळाल्याबद्दल देखील मी कृतज्ञ आहे. माझा विश्वास आहे की माणसाच्या जन्माची खरी पूर्तता आपण आपल्या समाजासाठी परत कसे योगदान देत आहोत. आणि हीच जाणीव व्यक्ती म्हणून आपल्याला परिभाषित करत असते. माझा असा विश्वास आहे की मी मनापासून आणि माझ्या सर्व प्रयत्नांनी त्या विश्वासाचे अनुसरण करते - मग ते चित्रपट निर्माती असो, मीडिया स्रेटरजिस्ट, ऍनिमल ऍक्टिविस्ट आणि पत्रकार किंवा टेडएक्स स्पीकर असो! हे माझ्या जीवनाचे मुख्य उद्दीष्ट आहे आणि यासाठी पुरस्कार मिळाला ह्यासाठी ह्याचा मला आनंद आहे." ,अनुशा श्रीनिवासन अय्यर आपला आनंद व्यक्त करत म्हणाल्या.
Thursday, 29 August 2019
मिलिए मनोरंजन के ज़रिए समाज के उत्थान में यकीं रखनेवाले उद्यमी अजय हरिनाथ सिंह से
जब बात हो सिंह ऐंड सन्स की, तो उद्यमिता और उदारता का अनोखा संगम देखने को मिलता है और हालिमें इनके सर और एक ताज चढा जब कंपनी के युवा प्रतिभावान वंशज अजय हरिनाथ सिंह को टाइम्स पावर मैन और यंग आइकॉनिक आंत्रप्योनोर अवॉर्ड्स से नवाज़ा गया।
अजय हरिनाथ सिंह कहते हैं कि, "लम्बे समय तक नेटफ़्लिक्स (अमेरिका) के राजीव, झी५ की रेशमी और ज़ी एंटरटेनमेंट से उनकी कंपनी के बढ़िया संबंध रहे हैं। ऐसे में अब हम चीन, कोरिया, जापान, चेक रिपब्लिक, जॉर्जिया में पैर पसारने के लिए प्रेरित हुए हैं। इसके अलावा, हम भारत और विदेशों में भी फ़िल्मसिटी की स्थापना, डिजिटल डिस्ट्रीब्यूशन प्लेटफॉर्म के विस्तार की कोशिशों में लगे हुए हैं।"
देश के एक बेहद शक्तिशाली परिवारों में से एक से ताल्लुक होने के बावजूद अजय हरिनाथ सिंह ने विभिन्न कंपनियों में काम किया। भारतीय उद्यमिता के प्रति अपनी भूख को सामने लाते हुए उन्होंने डारविन प्लेटफॉर्म ग्रुप ऑफ़ कंपनीज़ की स्थापना की, जिसमें प्राथमिक रूप से तेल, MiG और एयरक्राफ़्ट सेवा और अन्य हथियारों के बाने पर ध्यान केंद्रित किया गया। कंपनी ने जल्द ही बैंकिंग, फ़ार्मास्युटिकल्स, फ़ाइनांस, खनन, सूचना प्रौद्योगिकी, हवाई सवाओं स्वास्थ्य संबंधी क्षेत्रों में ख़ुद को स्थापित कर लिया। फ़िलहाल अजय हरिनाथ सिंह डारविन प्लेटफॉर्म समूह के मालिक है और कंपनी पर ९६% मालिकाना हक़ उनका है।
रशियन इंटरनैशनल फ़ैमिली फ़िल्म्स फ़ेस्टिवल की जूरी के सदस्य, डार्विन प्लेटफॉर्म ग्रुप ऑफ़ कंपनीज़ (DPGC) के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक हरिनाथ सिंह ने दो न्यूज़ मीडिया में निवेश किया है जबकि वो भारत के टॉप ५ फ़िल्म प्रोडक्शन हाउस में से दो का बड़ा आर्थिक आधार हैं। जिनमें कुल ४३ फ़िल्मों का समावेश हैं। इनमें से तीन फ़िल्में ऐसी रही हैं, जिनका शुमार भारत की तीन सबसे महंगी फ़िल्मों में होता है। वो अब ख़ुद ही मुख्यधारा के व्यवसायिक कंटेट के निर्माण के क्षेत्र में कदम रखने जा रहे हैं, जिससें सिनेमा, टीवी, वेब के लिए कंटेट का निर्माण शामिल है। इसके लिए वे ख़ुद ही एक मीडिया हाउस खोलने जा रहे हैं जिसके प्रमुख हैं DPGC ग्रुप सीओओ डॉ. फ़रहाद विजय अरोड़ा जो फ़िल्म स्टार विजय अरोड़ा और पूर्व मिस इंडिया दिलबर दिबेरा के बेटे भी हैं।
फ़िलहाल उनका प्रोडक्शन हाउस 'द राइज़ ऑफ़ मंगोल' नामक फ़िल्म बनाने जा रहा है, जो अभी निर्माण स्टेज में है। ये तीन हिस्सों में चंगेज़ ख़ान पर बननेवाली बायोपिक है, जिन्हें इतिहास का सबसे बड़ा मुगल बादशाह माना जाता था। इस बहुभाषी फिल्म को हिंदी, अंग्रेजी, तमिल, तेलुगू और अन्य भाषाओं में भी रिलीज़ किया जाएगा। इसके अलावा, समानांतर सिनेमा कि श्रेणी में आनेवाली फ़िल्में भी रिलीज़ के लिए तैयार हैं जिनमें तेरा क्या होगा लम्बोदर, अज़ीजन और वॅलेट पार्किंग का शुमार है। कंपनी कंगना राणावत स्टारर धाकड़ के निर्माण को लेकर भी विचार कर रही है जो २०२० में दीवाली के मौके पर रिलीज़ की जाएगी। इसके अलावा तीन और फ़िल्में भी प्री-प्रोडक्शन स्टेज पर हैं जिनके नाम हैं रिक्शा, लेडी लक और एंड-योर-एक्स। डॉ. फ़रहाद विजय अरोड़ा कहते हैं, "उचित तरीके का मनोरंजन लोगों को प्रेरित और उन्हें ख़ुश करने का सही माध्यम है। इससे न सिर्फ़ देश के जनता की भलाई होती है, बल्कि ये देश की प्रगति और मानवता के विकास में अपना अहम योगदान देता है।"
DPGC ग्रुप के सीएफ़ओ हरेश महापात्रा का कहना है, "सामाजिक-आर्थिक दृष्टि से हम भारतीय मनोरंजन जगत के होलिस्टिक ग्रोथ की संभावनाएं देख रहे हैं, जिसका विस्तार एक संगठित और सुरक्षित इंडस्ट्री के रूप में किया जाएगा। इससे न सिर्फ़ रोज़गार के अवसर बढ़ेंगे, बल्कि नई प्रतिभाओं को भी उभरने का मौका मिलेगा। इस तरह से तमाम लोगों का मनोरंजन होगा और उन्हें ख़ुश रखने में सफलता भी मिलेगी, जिसका सकारात्मक परिणाम भारत के जीडीपी पर भी देखने को मिलेगा।"
डारविन प्लेटफॉर्म ग्रुप की सभी १९ कंपनियां सार्वजनिक रूप से लिस्टेड कंपनियां हैं और ये समूह शुरू से ही एक ऋण-विहीन समूह रहा है। इसका कुल टर्नओवर ४१००० करोड़ रुपये है। कंपनी की मौजूदगी हॉलीवुड, बॉलीवुड और रूसी फ़िल्मों में है। उल्लेखनीय है कि डारविन प्लेटफॉर्म मास मीडिया का कुल टर्नओवर २८९ करोड़ रुपये है। कंपनी का मक़सद किफ़ायती दामों पर एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री को फ़ायनांस मुहैया कराना है ताक़ि ऐसा करके वो अच्छे कंटेट के निर्माण में सहयोग प्रदान करना चाहते हैं।
DPGC ग्रुप के सीईओ राहुल गणपुले कहते हैं, "DPGC के आने से सभी सेक्टर में बड़े पैमाने पर बदलाव देखने को मिलेगा। कंपनी के पास बेहद अनुभवी लीगल टीम भी है, जिसके नेतृत्व की कमान है रोहित जैन और गौरव जैन के हाथों में। इस कंपनी में मानद सदस्य के रूप में सुप्रीम कोर्ट के दो सेवानिवृत्त जज बतौर सलाहकार अपनी सेवाएं दे रहे हैं, तो वहीं हाई कोर्ट के तीन जज भी सलाहकार की हैसियत से रखे गयें हैं।" उल्लेखनीय है कि डारविन प्लेटफॉर्म और सरकारी परियोजनाओं से जुड़े सेक्टर की ज़िम्मेदारी मोहम्मद अनवर बावला पर है। डायवर्सिफ़ाइड आईटी व सेल्स टीम की बागडोर दीपक जांगरा, शिव चरण और राकेश विश्वकर्मा के हाथों में है।
ग़ौरतलब है कि हाल ही के दिनों में अजय हरिनाथ सिंह ने कई सामाजिक कार्यों के लिए भी ख़ासा वक्त दिया है, जिसमें देश और विदेश दोनों जगहों पर ऐसे कार्यों को अंजाम देना शामिल है। अजय हरिनाथ सिंह कहते हैं, "इतनी कामयाबी हासिल करने के बाद भी मेरी ख़ुशी इस बात में है कि मैं समाज के उत्थान और उसकी ख़ुशहाली में किसी तरह सहयोग कर सकूं।" समाज कार्य के रूप में ज़रूरतमंदों तक खाना पहुंचाने के लिए 'द अजय हरिनाथ सिंह फ़ाउंडेशन' (AHSF) की स्थापना भारत में की गयी ताक़ि बेसहारा और लाचार लोगों को भूखा न सोना पड़े। इसने अपने फ़ूड किचन्स अब लंदन (यूके) और फ़िलेडेल्फ़िया (अमेरिका) जैसे देशों में भी खोल लिये हैं। इनके ज़रिए ३००० ज़रूरमंद लोगों तक शाकाहारी भोजन पहुंचाया जाता है। इसके अलावा, कॉर्पोरेट सोशल रेस्पॉन्सिबिलिटी के तहत डारविन ग्रुप ब्रांच ने विशेष योजना के तहत लातूर (महाराष्ट्र) और भुज (गुजरात) में कम क़ीमत पर अस्पताल बनाने में कामयाबी हासिल की। २५० करोड़ रुपये की निधि इकट्ठा करनेवाले इन अस्पतालों का उद्देश्य कम आयवाले परिवारों को गुणवत्तापूर्ण और कम ख़र्च में हासिल की जानेवाली स्वास्थ्य सेवाएं उपलबद्ध कराना है।
मनोरंजन जगत में भूचाल लाने वाले बहुमुखी प्रतिभा के धनी अजय हरिनाथ सिंह की कंपनी ने एक लम्बा सफ़र तय किया है। इसने १९३० में क्षेत्रीय बैंकिंग से लेकर खनन व तेल, शिपिंग लॉजिस्टिक व एयरलाइन, खेती, ऊर्जा, जनसंचार माध्यम, फार्मास्युटिकल्स, आईटी, शिक्षा, बैंकिंग और एकीकृत फ़ाइनेंसिंग के क्षेत्र में ख़ासी पहचान हासिल की है और ये कंपनी एक ऋण-विहीन समूह के रूप में उभरी।
अजय हरिनाथ सिंह दिनों-दिन ऐसी ही तरक़्क़ी करें, यही हमारी शुभकामनाएं हैं!
Wednesday, 28 August 2019
Sudesh Bhosale’s recently-launched GRAVITY Studios hosts music launch of film “ULTE” Sudesh Bhosale along with actors Aroon Bakshi, Adi Irani, Mushtaq Khan, Firoze Irani, producers Hemangini Patadia and Jeet Kumar, writer-director Manoj Nathhwani graced the occasion
Veteran singer Sudesh Bhosale launched his dream project, Gravity Studios, a feature-rich recording studio alongside a live room, along with the music launch of the film “ULTE”. The story is about a common villager, who is the butt of everyone’s jokes for his upstanding character. The story picks steam when he finds out about bogus voters and decides to expose this wrong-doing. The route he takes and the hurdles he crosses in this mission forms the crux of the film, which is treated in a light-hearted comic manner…
Sudesh Bhosale, who has rendered his vocals for the songs in the film, producers Hemangini Patadia and Jeet Kumar, writer-director Manoj Nathhwani along with actors Aroon Bakshi, Adi Irani, Mushtaq Khan, Firoze Irani, Falguni Rajani, Sachin Patil and Kiran Acharya attended the music launch at the well-appointed Gravity Studios, which could easily accommodate all the attendees in its live room. Need we say, all the attendees had a blast!
Tuesday, 27 August 2019
Uplifting Society through entertainment, Meet Entrepreneur Ajay Harinath Singh
Entrepreneurship and philanthropy go hand in hand when it comes to the Singh’s & Sons. While being a jury member of the Russian International Family Films festival, In the entertainment sector, Chairman & Managing Director Darwin Platform Group of Companies (DPGC), Ajay Harinath Singh has invested in news media while being the finance backbone to two film production houses from Indias top 5, for 43 films, three of which are Indias most expensive films ever. He has been rightfully bestowed upon the Times Power Men and Young Iconic Entrepreneur Awards, and now he is himself foraying into mainstream commercial content production for cinema, TV, & Web, with his media house headed by DPGC Group COO Dr. Farhad Vijay Arora, also son of film star Vijay Arora & Ex Miss India Dilber Debara.
Of the entire 19 Darwin Platform Group of public listed Companies empire, which is a debt free organisation since inception, and has a asset based turnover of INR 41000Crs, with its presence in Hollywood, Bollywood and Russian films, Darwin Platform Mass Media has a turnover of over INR 289Crs. Providing finance for the entertainment industry at reasonable rates, the company loves to encourage and support good content creation.
Having long associated with Rajiv of Netflix USA, Reshmy of Zee5 & Jay of Zee Entertainment is exciting inspires us to expand our presence to China, Korea, Japan, Czech Republic, Georgia and even setup film cities in India & overseas besides expanding digital distribution platforms for the future says Ajay Harinath Singh. "Our socio economic vision, is to provide a holistic growth to the Indian entertainment industry, and expand it into an organised & secured community, providing employment and fair scope for development of fresh talent, while entertaining and spreading happiness through the masses, hence contributing to the growth of India's GDP" says Haresh Mahapatra DPGC group CFO.
Currently the production house has The Rise of Mangol in post production stages. A mega budget 3 part biopic saga on the life of history's biggest emperor Gengiz Khan. The multilingual film will be released in Hindi, Tamil, English, Telugu and other languages. Along with ready for release parallel cinema peojects like Tera Kya Hoga Lambodar, Azizan and Valet Parking, the company is mulling over the production of the Kangana Ranaut starrer titled Dhaakad, in the pipelines due for release on Diwali 2020 with 3 more films in pre production stages, titled Rickshaw, Lady Luck and en-d-your-ex. "Correct entertainment is the key source of motivation and happines for all, which contributes to the wellbeing of the masses and hence the progress of the nation and humanity as a whole" says Dr. Farhad Vijay Arora.
DPGC will contribute to a paradigm shift in all sectors as it has one of the strongest legal teams headed by Mr.Rohit Jain & Mr.Gaurav Jain. The company has 2 honorary RETD Chief justice of india as advisors and 3 RETD Justice of High court on advisory Position " says DPGC group CEO Mr. Rahul Ganpule. Darwin platform Govt project Sectors are taken care by Mr Mohammed Anwar Bawla. The diversified IT & Sales team is headed by Mr. Deepak Jangda , Mr Shiv Charan & Mr Rakesh Vishwakarma.
Aart from creating a storm in the entertainment industry, currently helmed by the multi-faceted Ajay Harinath Singh, has come a long way from their regional banking business from the 1930s to excelling in the fields of mining and oil, shipping logistics and airline, farming, energy, mass media, pharmaceuticals, IT, education, banking and integrated financing, culminating into a debt free conglomerate.
While being considered to be one of the most powerful and influential families in India did not stop Ajay Harinath Singh from working for a number of companies. With a thirst for Indian entrepreneurship, he founded the Darwin Platform Group of Companies , primarily focusing on oil, MiGs, Sukhoi aircrafts and arms & ammunition. The company quickly developed to being a conglomerate specialising in banking, pharmaceuticals, finance, mining, information technology, airline services, and healthcare sectors. He is currently the Chairman of the Darwin Platform Group, owning 96% of the company.
In recent years, Singh has devoted his time to numerous philanthropic endeavours, expanding his charitable activities across oceans! "After being blessed with somuch of success my happines lies in being a medium for society's upliftment and happiness" says Singh. The AHS Food charity was set up in his native India to provide food to homeless and needy and has now opened food kitchens in London (UK) and Philadelphia (US), providing over 3,000 vegetarian meals to the needy! Also, through the Darwin Group branch ‘Corporate Social Responsibility’, he devised a plan and successfully built low-cost hospitals in Latur (Maharashtra) and Bhuj (Gujarat). Raising over Rs. 250 Crore, these hospitals targeted the needs of low-income families in these areas focusing on providing quality and affordable health services.
सम्राट चैटर्जी की जन्मदिन की पार्टी में जमे सारे नामचीन सितारे. अनंगशा बिस्वास,अनुप्रिया गोयंका, प्रीति
सूद, नंदा यादव, जयदीप अहलावत, निखिल डिसूजा, शादाब हाशमी, वैभव राज गुप्ता, अशीम केमसोंन, राजेश
रॉय और पितोबाश त्रिपाठी इस रंगारंग पार्टी में देखे गये।अंधेरी वेस्ट के प्रसिद्ध पिंड मसाला में स्वादिष्ट पकवानो का मजा लेते और ख़ुशी में संगीत के धून पर नाचते गाते दिखे। इस संदर्भ के छायाचित्र देखे
सूद, नंदा यादव, जयदीप अहलावत, निखिल डिसूजा, शादाब हाशमी, वैभव राज गुप्ता, अशीम केमसोंन, राजेश
रॉय और पितोबाश त्रिपाठी इस रंगारंग पार्टी में देखे गये।अंधेरी वेस्ट के प्रसिद्ध पिंड मसाला में स्वादिष्ट पकवानो का मजा लेते और ख़ुशी में संगीत के धून पर नाचते गाते दिखे। इस संदर्भ के छायाचित्र देखे
Monday, 26 August 2019
भारतीय हातमाग विणकारांच्या सबलीकरणासाठी मस्सकली चळवळी द्वारे प्रयत्न शबाना आजमी, भाग्यश्री आणि शर्मिला ठाकरे यांचा पाठिंबा
भारतीय हॅन्डलूम उद्योगाला पुनरुज्जीवित करण्यासाठी आणि पैठणी विणण्याची स्त्रियांची कुशल कारागीरी टिकवून ठेवण्यासाठी श्रद्धा सावंत आणि त्यांची संस्था 'मस्सकली' यांनी मुंबईतील प्रदर्शनात ५०० हून अधिक हॅन्डलूम साड्यांचे प्रदर्शन आयोजित केले होते. प्रसंगी अभिनेत्री शबाना आझमी, अभिनेत्री भाग्यश्री, शर्मिला ठाकरे यांच्या समवेत अनेक हॅन्डलूम चाहते उपस्थित होते. तसेच सोशल मीडिया साडी इंफुलेन्सर ममता शर्मा दास उर्फ बोहोबालिका समवेत अन्य ख्यातनाम व्यक्तींनी देखील येथे उपस्थिती दर्शवली. या सर्वांना, विणकार आणि त्यांच्या कुटूंबियांशी मिसळलेले पाहून तेथील वातावरण खरोखरचं आनंददायी झाले होते. ह्या कार्यक्रमास त्यानी मस्सकलीच्या निवडक अश्या साड्या परिधान केल्या तेव्हा त्यांच्या ह्रदयामध्ये विणकामगिरीचे स्थान किती विशेष आहे हे कळते.
श्रद्धा सावंत यांनी त्यांच्या पैठणीतील दोन विणकरांना प्रोत्साहन देत त्यांच्या विणण्याची प्रक्रिया जाणून घेण्याची संधी पाहुण्यांना मिळावी यासाठी संपूर्ण विणण्याचे वातावरण पुन्हा तयार केले होते. पैठणी साड्यां व्यतिरिक्त बनारसी, चंदेरी, खादी-जमदानी, इकत, झरी, कांजीवरम आणि गढवाल यांसारख्या अनेक हैंडलूम साड्यांचा यात समावेश होता.
आपल्या संस्थेबद्दल बोलताना श्रद्धा सावंत म्हणतात की, "मस्सकली म्हणजे स्वातंत्र्य, शांतता आणि समृद्धीत झेप घेणारा पक्षी - आणि असच काही मी माझ्या विणकर समाजासाठी कलाकारासाठी अपेक्षा करते. त्यांनी ही ह्या पक्ष्याप्रमाणे उंचच उंच झेप घ्यावी." विणकाम करणाऱ्या समाजाची परिस्थिती किती कठीण आहे यावर भर देताना त्या सांगतात की, “विणकलाकर कमालीचे प्रतिभावान आहेत पण परिस्थितीशी झुंझत आहेत,ह्या सर्वांचा खरेदीदारांशी संपर्क तुटक आहे. ह्या कलाकार महिलांच्या कलेस आमच्याकडून चांगला मोबदला मिळण्यास पात्र आहेत आणि जुन्या विणण्याच्या परंपरागत प्रक्रियेस जिवंत ठेवण्यासाठी त्यांना सक्षम ठेवण्यासाठी योग्य ते प्रयत्न झालेच पाहिजे. 'मस्सकली' त्यांनी निवडलेल्या व्यवसायात त्यांना सुखी आयुष्य जगण्यास मदत व्हावी ह्याच प्रयत्नात आहे.”
ही पारंपरिक विणकाम कला लुप्त होण्याआधी या कलेत नवीन आर्थिक लाट निर्माण व्हावी ही इच्छा व्यक्त करीत श्रद्धा सावंत पुढे म्हणतात की, “आपल्या सांस्कृतिक वारशाचे रक्षण करण्यासाठी ग्रामीण रोजगार पुरवण्यासाठी हॅन्डलूम उद्योग एक प्रमुख उद्योग आहे. 'मस्सकली'च्या माध्यमातून मी दंडात्मक स्थितीत असलेल्या परंपराधारकांनाह्या कलाकारांचे पुनरुज्जीवन करण्याचा प्रयत्न करीत आहे, तसेच भारताच्या गौरवशाली सांस्कृतिक वारसाचे प्रतीक असलेल्या विणकाम कलेला पुन्हा एकदा रुळावर परत आणण्याचा प्रयत्न आहे."
श्रद्धा सावंत, पारंपारिक विणलेल्या साड्या व्यतिरिक्त खास डिझायनर साड्या कशा तयार कराव्यात ह्याचे प्रशिक्षण देखील देतात. ह्या बद्दल सांगताना त्या हसत म्हणलया, “किमान महिन्यातून एकदा आम्ही वैयक्तिकरित्या छोट्या खेड्यांना भेट देऊन विणकरांशी संवाद साधतो. आम्ही त्यांना नवीन डिझाइन्स बद्दल कल्पना देखील देतो. ह्यामुळे त्यांना प्रोत्साहन मिळते नवीन काही करण्याची प्रेरणा मिळते. जेव्हा आपण भारतीय कारागीरांचा सन्मान जपतो तेव्हा आपण स्वतःला मदत करतो. हातमाग केवळ पर्यावरणास अनुकूल नाही; पुनरुज्जीवन ग्रामीण स्थलांतर कमी करते."
प्रख्यात अभिनेत्री शबाना आजमी त्याचे हॅन्डलूम साठी असलेले तीव्र प्रेम व्यक्त करत म्हणतात की, " हॅन्डलूम साठी माझे प्रेम बालपणापासूनच उपजत आहे. आणि माझी आई हि हॅन्डलूम ची संरक्षक होती . मी श्याम बेनेगल यांच्या 'सुस्मान' या बंगाली चित्रपटामध्ये एका विणकाराच्या पत्नीची भूमिका निभावली होती. त्यावेळी मला या व्यापारातील महिलांची स्थितज कळली आणि पटली होती. महिला विणकरांना सामील करून या प्रक्रियेत सक्षम बनवल्याबद्दल मी श्रद्धाचे मनापासून कौतुक करते.”
आपल्या चिरतरुण सौंदर्यसाठी प्रसिद्ध अभिनेत्री भाग्यश्री ने तिचे पैठणी बद्दलचे प्रेम व्यक्त करत सांगते की, " माझ्याकडे पैठणी साड्या भरपूर आहेत ज्या माझ्या आईने परिधान केल्या आहेत आणि मला आशा आहे की माझी मुलगी त्या परिधान करेल आणि तिचीही मुलगी एक दिवस अगदी साध्या कारणासाठी त्या परिधान करेल - कारण त्या आश्चर्यकारकपणे सुंदर आहेत! ”
त्यांनी एक अतिशय चांगला मुद्दा येथे मांडला जेव्हा त्या म्हणाल्या, “ह्याप्रकाराच्या सुंदर साड्या दागिन्यांसारख्याच अमूल्य आहेत. ह्या कारणास्तव असे म्हणायला हरकत नाही की अश्या साड्या आपल्या प्रत्येक पिढीला वारसा म्हणून भेट हे पण योग्य ठरेल. या दोन्ही अभिनेत्रींनी फक्त उत्सव निमित्तच नाही तर ह्यांचा वापर दैनंदिन जीवनात करावा आणि हा विणकरांच्या आयुष्याला नवी गती देणारा असावा यासाठी आवाहन केले.
These Rains, Keep Your Ears Safe
Audiologist-Speech Therapist Devangi Dalal and co-founder of JOSH Foundation agrees, “During monsoon, fungal ear infections are quite commonplace. Such infections may cause painful itches that are aggravated by scratching with cotton swabs and other similar objects, thus resulting in more damage than the infection itself. Remember that fungal infections breed like mushrooms in the monsoons. So in case your ears itch for more than a day, consider consulting a specialist.”
The main area of concern in this monsoon season coupled with humid weather is the beating our immune systems take. “Infections become more common in the rains because our immunities are at their weakest,” avers Dalal. “The key is to boost our immunity by taking proper precautions. So, when you can, choose hot beverages like hot soups and teas to keep yourself warm and also to boost your immune system.”
“It’s easy to be unaware of ear canals getting blocked with trapped ear wax or water, especially with all the assorted aches and pains in this season. Protect your ears and pay your doctor a visit when in pain because fungal ear infections are painful, and require at least 21 days to heal,” she concludes.
Thursday, 22 August 2019
Gurudev Sri Sri Ravi Shankar is very fond of me, just like he is fond of all his followers – Asha Bhosle Asha Bhosle & Zanai Bhosle With Rajita Kulkarni Announce Their Songs In Gratitude To Sri Sri Ravi Shankar
Veteran singer Padma Vibhushan Asha Bhosle & granddaughter Zanai Bhosle, along with writer Rajita Kulkarni, announced their songs, in gratitude to the Spiritual & Humanitarian Leader Gurudev Sri Sri Ravi Shankar at Pancham Studios, Andheri West. While Asha Bhosle has sung one song, Zanai has sung the other.
On being asked if Gurudev Sri Sri Ravi Shankar knew about the songs, Asha Bhosle expressed, “I’ve not spoken to Gurudev about the songs but I have met him several times. He is very fond of me, just like he is fond of all his other followers.” On why she chose to take up these songs, added the veteran singer, “Not all songs are about romance or love. There are other emotions as well, especially those that connect us to God. And songs in gratitude to Gurudev connect us with God.” Incidentally, Asha Bhosle has also composed the music for the songs!
This is not Zanai Bhosle’s first collaboration with her grandmother! “This song is very close to my heart. She is my grandma! We tour and perform the world over, but when we come back home, she is still my same daadi who cooks my favourite meals for me... Nothing changes,” averred an ecstatic Zanai Bhosle. The young songstress also professed her devotion to Sri Sri Ravi Shankar, saying she feels “blessed” to have sung for him.
Apart from their penchant for spirituality, the grandmother-granddaughter duo share an affectionate bond. “Zanai doesn’t trouble me at all! She cooks food really well and also feeds me with a lot of love. She is well-versed with our sabhyata. She binds our family together. She is also trained in classical dance since the age of seven, apart from having been trained in Indian classical music. And now, she also sings Western Opera too. She has been studying and training and she is just 17!” The legendary singer had the final word.
On being asked if Gurudev Sri Sri Ravi Shankar knew about the songs, Asha Bhosle expressed, “I’ve not spoken to Gurudev about the songs but I have met him several times. He is very fond of me, just like he is fond of all his other followers.” On why she chose to take up these songs, added the veteran singer, “Not all songs are about romance or love. There are other emotions as well, especially those that connect us to God. And songs in gratitude to Gurudev connect us with God.” Incidentally, Asha Bhosle has also composed the music for the songs!
This is not Zanai Bhosle’s first collaboration with her grandmother! “This song is very close to my heart. She is my grandma! We tour and perform the world over, but when we come back home, she is still my same daadi who cooks my favourite meals for me... Nothing changes,” averred an ecstatic Zanai Bhosle. The young songstress also professed her devotion to Sri Sri Ravi Shankar, saying she feels “blessed” to have sung for him.
Apart from their penchant for spirituality, the grandmother-granddaughter duo share an affectionate bond. “Zanai doesn’t trouble me at all! She cooks food really well and also feeds me with a lot of love. She is well-versed with our sabhyata. She binds our family together. She is also trained in classical dance since the age of seven, apart from having been trained in Indian classical music. And now, she also sings Western Opera too. She has been studying and training and she is just 17!” The legendary singer had the final word.
Saturday, 17 August 2019
आशिष शेलार और शेखर रवजियानी ने किया मिसाल मुंबई के बालवाड़ी एन्ड स्किल सेंटर का अनावरण
इससे पहले 'मिसाल मुंबई' के अंतर्गत ठाणे, वरळी, कोलाबा, प्रभादेवी, औरंगाबाद, नाशिक,विरार, नालासोपारा, गोवंडी में भी बालवाड़ी और स्किल सेंटर की स्थापना की गयी हैं। डिजिटल इंडिया की पहल से विविध प्रकार के उपयोग कर नागरिकों को जानकारी, ज्ञान और कौशल् प्रदान करना और युवाओं को सक्षम बनाके झोपडपट्टी के बदलाव का एजेंट बनाना, यहीं 'मिसाल मुंबई' का उदेश्य है।
Tuesday, 13 August 2019
Rohit Verma Rocks IACA ‘2019 FESTIVAL OF INDIA’
A jubilant Rohit Verma said, “I am eternally grateful to Lord Krishna for all the opportunities he presents to me. I also thank Dr. Paddy Sharma for her graceful manner on the runway that had everybody absolutely mesmerized.”
Verma was 2019 FESTIVAL OF INDIA’s star of the show; not only did he display his dazzling collection but also organised the stunning fashion show. IACA’s Chairperson for the show Dr (Mrs) Paddy Sharma, IACA chairperson Mr. Ani Agnihotri and fashion event co-ordinator Kiran Agnihotri were also in attendance. IACA is the largest and oldest non-profit organisation of Indians in Atlanta and has been organising the FESTIVAL OF INDIA for the last 23 years.
This chapter of the festival was a day-long affair packed with cultural activities and attended by over 3,000 people from all across Georgia, including the Indian consulate in Atlanta and the local politicians.
Monday, 12 August 2019
राजीव स रुईया दिग्दर्शित आणि निर्माता रविंदर जीत दारिया यांच्या मुश्किल - फियर बिहाइंड यु च्या प्रीमियर प्रसंगी आदित्य रॉय कपूर व सिद्धार्थ रॉय कपूर यांनी भाऊ कुणाल रॉय कपूरच्या कामाचे केले भरपूर कौतुक!
कुणाल रॉय कपूर म्हणतात की, “माझे कुटुंब माझ्यासाठी नेहमीच सहाय्यक होते परंतु ते चांगले समीक्षक देखील आहेत. पण मला आनंद आहे की आम्ही एकत्र हा चित्रपट पाहिला आणि त्यांना तो आवडला! ज्या लोकांना भयपट आवडतात त्यांनी नक्कीच मुश्किल पाहायला हवा.”
कुणालची आई सलोम त्यांना शेवट फारचं आवडला असल्याचे व्यक्त केले तर, त्याची पत्नी शायंती यांना कुणालचा रोमँटिक अंदाज आवडलेला असून “मी खरंतर भयपट प्रकारामुळे घाबरले पण मला चित्रपटाची कथा खूप आवडली.” असल्याचे सांगितले.
प्रीमियर प्रसंगी कुणाल यांच्या आई-वडील, पत्नी व भावांच्या चेहऱ्यावरील ओसंडून वाहणारा आनंद आणि अभिमान पाहण्यास मिळाला. आपला लहान भाऊ आदित्य रॉय कपूर निपुण असलेल्या रोमँटिक भूमिका साकारण्याच्या प्रांतात प्रवेश ठरणारा 'मुश्किल-फियर बिहाईंड यु' हा प्रथमच चित्रपट आहे. त्यांची व्यस्त दिनचर्या विचारात घेतल्यास, कदाचित त्या तीन भावांना एकत्र भेटविणे ‘मुश्किल’ असेल असे एखाद्याला वाटेल, पण प्रेमामुळे काहीही शक्य होते!
Wednesday, 7 August 2019
Rajniesh Duggall, Nazia Hussain, Pooja Bisht, Rajiv S Ruia & Ravinder Jeet Dariya At Mushkil Promotional Event
Shot in breathtakingly beautiful locales, directed by Rajiv S Ruia and produced by Ravinder Jeet Dariya, under the banner Big Bat Films, Mushkil – Fear Behind You is the story of four friends who end up at a forbidden castle… a castle they should not have entered! With the universal belief where the righteous good always ends the evil, Mushkil - Fear Behind You is all set to the triumph of good in the Universe. Yours is to check out the film at a theatre near you!
Monday, 5 August 2019
तंबाखू विरोधी जागरूकता अभियान
डॉ. अनिल काशी मुरारका यांनी त्यांच्या अँपल मिशन ह्या संस्थेसोबत एक आगळीवेगळी मोहीम राबवली. ही मोहीम जनसामान्यांमध्ये टोबॅको संदर्भात जास्तीत जास्त जागृकता निर्माण व्हावी ह्यासाठी योजली गेली होती. डॉ. अनिल काशी मुरारका त्यांच्या टीम सोबत मुंबईच्या रस्त्यावर उतरले, वेगवेगळ्या लोकांना भेटले त्यांच्या आयुष्यातील वेगवेगळे पैलूं जाणून घेतले आणि त्यांच्याशी सवांद साधला आणि शेवटी नम्रपणे त्यांना धूम्रपान सोडण्यास आणि तंबाखू उत्पादनांचा वापर करण्यापासून दूर राहण्याची विनंती केली.
डॉ. अनिल काशी मुरारका म्हणाले, "तंबाखूचा वापर हा भारतातील एक गंभीर समस्या आहे. कमी शिक्षित आणि योग्य मार्गदर्शनचा अभाव, सहकारी दबाव आणि मुलांमध्ये वरिष्ठांचे अनुकरण करण्याचा आग्रह, गैरसमज, तणाव आणि विविध प्रकारच्या सुलभ उपलब्धता तंबाखू उत्पादने आणि नाविन्यपूर्ण जाहिराती लोकांना तंबाखूच्या वापराकडे आकर्षित करतात आणि बऱ्याच वर्षांपासून त्यांचा वापर आणि गैरवर्तन यामध्ये सतत वाढ झाली आहे. आपण जितके करू शकतो तितके आपण करावे, मला वाटते की लोकांना शिक्षित केले तर ते स्वत: ची मदत करू शकतात."
ऑटर्स क्लब में आयोजित संगीत बाबानी का कला प्रतिष्ठापन 'जोयफूल मुमेंट्स' में नामवंत व्यक्तींयो की उपस्थिती
संगीता बाबानी की एक प्रदर्शनी को ओटर्स क्लब की पहली मंजिल पर दो इंच ढाला फ्रेम के साथ स्थापित किया गया है। इस प्रदर्शनी के अनावरण पर विभिन्न क्षेत्र के नामचीन लोग उपस्थित थे। मुख्य अतिथि के रूप में स्कूल शिक्षा, खेल और युवा कल्याण मंत्री आशीष शेलार के अलावा, अभिनेत्री प्रीति झंगियानी और अनंगशा विश्वास, ग़ज़ल गायक जसविंदर सिंह भी उपस्थित थे।
संगीता बाबानी, जो स्पेन में पली-बढ़ीं और मुंबई में स्थायिक है, उन्होने स्पेन में कला का अध्ययन किया है, जो एक कला और संस्कृति से समृद्ध देश माना जाता है। उन्हें भारतीय होने पर गर्व है। भारत की सांस्कृतिक विविधता उनमें स्वाभाविक रूप से निहित है और इसका उन पर गहरा प्रभाव है | इस मौके पर उन्होने कहा, "इस कला की स्थापना के साथ मैं युवाओं को अपनी रचनात्मकता और जुनून को लक्ष्य बनाने के लिए प्रोत्साहित करना चाहती हूं।=-
समाजसेवक डॉ. अनिल काशी मुरारका यांना प्रतिष्ठित 'भारत गौरव पुरस्कार २०१९' प्राप्त
समाजसेवक डॉ. अनिल काशी मुरारका यांना नुकतेच लंडन मध्ये २०१९ चा भारत गौरव पुरस्कार देऊन सन्मानित करण्यात आले आहे. हा पुरस्कार सोहळा हाऊस ऑफ कॉमन येथे पार पडला असून त्यांना त्यांच्या देशाची उत्कृष्ट सेवा करण्याबद्दल आणि उत्कृष्ट वैयक्तिक यशासाठी सन्मानित करण्यात आले.
डॉ. अनिल कशी मुरारका नेहमीच आपल्या मनाचे ऐकत, आपल्या देशात कोणत्याही प्रसिद्धी शिवाय समाजसेवा क्षेत्रात निरंतर कार्यरत आहेत. ते सांगतात की, "जेव्हा एखाद्या व्यक्तीला त्याच्या कार्यासाठी विशेषतः आंतरराष्ट्रीय व्यासपीठावर सन्मानित केले जाते तेव्हा तो आनंद, तो सन्मान वेगळाच वाटतो."
२०१५ मध्ये डॉ. अनिल काशी मुरारका यांनी समाजात सकारात्मक बदल घडवून आणण्यासाठी सामाजिक जागरूकता संस्था अँपल मिशनची स्थापना केली. त्यांच्या काही अलीकडील मोहिमांमध्ये आदिवासी महिलांना सॅनिटरी पॅडचे वितरण करणे, अॅसिड हल्ला वाचलेल्यांना मदत करणे; दिव्यांग विद्यार्थ्यांसाठी स्पोर्ट्स डे आयोजन; उन्हाळ्याच्या उष्णतेपासून थोडासा आराम मिळावा यासाठी स्टेशन जवळ प्रवास करण्याऱ्या प्रवाश्यांना टोप्या, लिंबू पाणी वितरित करणे, मालवणी येथील झील इंग्लिश शाळेच्या विद्यार्थ्यांना ग्रंथालयासाठी पुस्तके भेट देणे असे निरनिराळे उपक्रमांचा समावेश आहे.
'भारत गौरव पुरस्कार २०१९' हा प्रतिष्ठित पुरस्कार प्राप्त झाल्याबद्दल डॉ. अनिल काशी मुरारका सांगतात की, "पुरस्कारापेक्षाही जास्त, समाजासाठी आपण जे कार्य करत आहोत त्यासाठी हा पुरस्कार स्वीकारल्याबद्दलची भावना ही अमूल्य आहे! मी जे करतो ते पाहून अजून काही लोक निःस्वार्थपणे योगदान देण्यास पुढे आले तर मी माझ्या मोहिमेत यशस्वी झालो असे मानतो."
Friday, 2 August 2019
Dhvani Parag Dalal, daughter of Audiologist-Speech Therapist Devangi Dalal, is representing India in the International Folk Dance Competition held at Istanbul, Turkey. Participating in the International Culture & Art festivities where dancers from over 28 countries are participating, Dhvani has made India proud. Kudos to her!
Thursday, 1 August 2019
खान्देश की पहली महिला रेखा चौधरी बनी वेलनेस इंडस्ट्री की पहली डॉक्टरेट
वनलाईन वेलनेस प्रा.लि. की एमडी और स्पा एन्ड वेलनेस इंडस्ट्री में अपनी खास पहचान बनाने वाली रेखा चौधरी ने गौरवशाली मुकाम हासिल किया है। हाल ही में इंडिया हॅबिटेट सेंटर, नई दिल्ली में आयोजित किये गये ५वे सोर्बन अंतरराष्ट्रीय कॉनव्होकेशन कार्यक्रम में रेखा चौधरी को 'फिलॉसॉफी डॉक्टर होनोरिस कौसा' से सम्मानित किया गया। आयआयपीपीटी फाउंडेशन इंडिया के संयुक्त विद्यमान के साथ फ्रान्स के सोर्बन विद्यापीठ के डॉ. जॉन थॉमस प्राडे ने आयोजित किये हुए इस हेल्थ और वेलनेस क्षेत्र के कॉनक्लेव्ह में रेखा चौधरी को सम्मान चिन्ह देकर सम्मानित किया।
ब्युटी और वेलनेस के क्षेत्र में एक नया विकास पर्व शुरु होने के बाद त्वचा नैसर्गिक सौंदर्य और वेलनेस को एक नया स्थान मिला। इन्ही कारणों की वजह से ब्युटी और वेलनेस के विशेषज्ञों को एक नया मुकाम मिला। पच्चीस वर्ष के कठोर परिश्रम के पश्चात रेखा चौधरी का नाम इस क्षेत्र में मशहूर है। इस क्षेत्र में रेखा चौधरी ने खुद की एक अलग पहचान बनाई हैं। वो भारत कि ग्लोबल वेलनेस अँबॅसेडर हैं। रेखा चौधरी वेलनेस इंडस्ट्री और खान्देश की प्रथम महिला हैं जिन्हें डॉक्टरेट की पदवी मिली हैं।
अपनी ख़ुशी व्यक्त करते हुए रेखा चौधरी ने कहा, “पच्चीस साल पहले जब में सौंदर्य क्षेत्र में काम करने के लिये शहर में आयी तब का समय बहुत कठिन था और जब मेंने स्पा और वेलनेस के क्षेत्र में प्रवेश किया तब वो वक्त काफी संघर्षमय था। में समझ गयी थी जीत की राह इतनी आसान नही है पर नामुमकिन भी नहीं । इसी लिए मैंने मेरा प्रयास जारी रखा। मुझे ख़ुशी है की मुझे पुरस्कारप्राप्त युरोपीयन स्किनकेअर अन्स एसपीए ब्रँड्स, रॅमी लॉरे, फायटोमर, एएसपी और बी।एल।बी। इतके साथ काम करने कि अवसर मिला। जग के हाय-एंड लक्झरी स्पा के साथ जुडकर काम करना, खुद के जुहू स्थित लोकप्रिय कॅरेसा डे स्पा, जिओ थर्मो थेरपी और रोप मसाज थेरपी जैसे मेरे विविध पेटंट ट्रीटमेंट्स् की अलग पहचान मिली है। हम गाव के आदिवासी युवाओ को सौंदर्य और वेलनेस का प्रशिक्षण भी दिया है। हम यही नही रुके शहरों के नामचीन स्पा और सेलोन में नौकरी दिला के उनके जीवन मैं सकारात्मक बदलाव लाये हैं। फ्रान्स के सोर्बन युनिव्हर्सिटी के डॉ. जॉन थॉमस प्राडे ने मुझे यह प्रतिष्ठित पुरस्कार प्रदान करके मुझे सम्मानित किया इसके लिए मैं उनकी शुक्रगुज़ार हूँ। खुद के पसंद क्षेत्र में अपने योगदान के लिए जाने जाना और पुरस्कार प्राप्त करना इस ख़ुशी को बया करना आसान नहीं होता पर यह ख़ुशी बहुत ही उम्दा होती हैं। "
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